Aachar Sanhita Kya Hai : दोस्तों देश में चुनाव के समय आचार संहिता (Code of Conduct) लागू किया जाता है, जिसे ही चुनाव आचार संहिता भी कहते है, दोस्तों अधिकतर लोगों को आचार संहिता के विषय में जानकारी ही नहीं होती है, और जिससे वह इसका उलंघन भी गलती से करते रहते है।
Table of Contents
Code of Conduct in Hindi aachar sanhita kya Hai
दोस्तो, भारत (India) में जब भी चुनाव का आयोजन होता है, तब-तब वहां पर आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) को लगाया जाता है। दोस्तों बता दें कि जब चुनाव की तारीखों के साथ ही इसकी घोषणा भी कर दी जाती है, और यह नतीजे आने तक जारी रहती है।
हमारे Telegram चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें : Click Here
दोस्तों इस समय सभी राजनीतिक दलों और राजनेताओं को कुछ विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है।
इन व्यापक धारा के लगने से दंगे व झगड़े जोकि चुनावी माहौल में बहुत ही आम बात है, नियंत्रण में कर लिया जाता है। इलेक्शन कमिशन ऑफ़ इंडिया (ECI) मॉडल कॉड ऑफ़ कंडक्ट के नियमो को बड़ी सख्ती से पालन कराता है और किसी भी प्रकार की अनियमितता देखने पर तुरंत कार्यवाही करने का आदेश उस क्षेत्र के अधिकारी को देता है। यह सुनिश्चित भी करता है कि चुनाव सही प्रकार से सम्पन्न हो।
आचार संहिता क्या होता है (What is a code of conduct ? )
आचार संहिता को भारतीय चुनावों का सबसे महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। आचार संहिता चुनाव समिति द्वारा बनाया गया वो दिशानिर्देश होता है, जिसे सभी राजनीतिक पार्टियों को मानना अनिवार्य है। आचार संहिता का अर्थ (Meaning of aachar sanhita in hindi) उन नियमो से है जो उस समय अस्तित्व में आते है और उनके द्वारा ही पार्टियों की कार्यप्रणाली पर नज़र रखी जाती है।
आचार संहिता के नियम कानून व प्रावधान (Code of Conduct Rules)
- आचार संहिता लागू होने के बाद सार्वजनिक धन के प्रयोग पर रोक लगा दी जाती है, जिससे किसी राजनीतिक दल या राजनेता को चुनावी लाभ न प्राप्त हो सके।
- चुनाव प्रचार के लिए सरकारी गाड़ी, सरकारी विमान या सरकारी बंगले का प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
- मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए किसी भी तरह की सरकारी घोषणाओं, लोकार्पण, शिलान्यास पर रोक लगा दी जाती है।
- पुलिस की अनुमति के बिना कोई भी राजनीतिक रैली नहीं की जा सकती है।
- धर्म के नाम पर वोट की मांग नहीं की जा सकती है।
- इस दौरान सरकारी खर्च से किसी भी प्रकार का ऐसा आयोजन नहीं किया जाता है जिससे किसी भी दल विशेष को लाभ प्राप्त हो सके।
- राजनीतिक दलों के आचरण और क्रिया-कलापों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग पर्यवेक्षक (Observer) नियुक्त करता है।
आचार संहिता कब लगती है | Duration of Code of Conduct
चुनाव की घोषणा चुनाव आयोग के द्वारा की जाती है, इसके साथ ही आचार संहिता लागू कर दी जाती और यह चुनाव के परिणाम के साथ ही समाप्त हो जाती है। चुनाव के शुरू होने से पहले यह ECI द्वारा चुनावी क्षेत्र में लगा दी जाती है।
आचार संहिता से क्या होता है?
आचार संहिता का उद्देश्य पार्टियों के बीच मतभेद टालने, शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव कराना होता है। इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी, केंद्रीय या राज्य की अपने आधिकारिक पदों का चुनावों में लाभ लेने हेतु गलत प्रयोग न कर सके। इस प्रकार मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का माध्यम से चुनाव का समापन उचित प्रकार से करा लिया जाता है।
यहाँ पर आपको आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) क्या होता है, ये कब लगती है, Rules, अवधि के विषय में जानकारी दी गयी है। इस प्रकार की अन्य जानकारी के लिए आप SenaBharti.in पर विजिट कर सकते है। अगर आप दी गयी जानकारी के विषय में अपने विचार या सुझाव अथवा प्रश्न पूछना चाहते है, तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से संपर्क कर सकते है।