All about CDS Post Power, Roles and Responsibilities: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) का हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. दुर्घटना की खबर के बाद जनरल बिपिन रावत और विमान में सवार अन्य 13 लोगों की मौत हो गई है. भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) की ओर से मिली जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी भी मौजूद थीं.
जनरल बिपिन रावत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) हैं, जो तीनों सेनाओं के बारे में रक्षा मंत्री के मुख्य सैन्य सलाहकार के रूप में काम कर रहे थे. जनरल बिपिन रावत, 1 जनवरी 2020 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बने थे. सीडीएस की मुख्य जिम्मेदारी अभियानों में संयुक्तता लाकर संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल के लिए सैन्य कमानों की पुनर्संरचना करना है.
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All about CDS Post Power, Roles and Responsibilities
क्या है CDS के कार्य?
- CDS सेना के तीनों अंगों के मामले में रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं. इसके साथ ही तीनों सेनाओं के अध्यक्ष रक्षा मंत्री को अपनी सेनाओं के संबंध में सुझाव भी देते हैं.
- CDS रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defense Acquisition Council) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) की अध्यक्षता वाली रक्षा नियोजन समिति का सदस्य होता हैं. इसके अलावा परमाणु कमान प्राधिकरण के सैन्य सलाहकार के रूप में भी कार्य करता है.
- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्य होगा कि वह सेना के तीनों अंगों के बीच दीर्घकालिक नियोजन, ट्रेनिंग, खरीद और परिवहन के कार्यों के लिए समन्वयक (Coordinator) का कार्य करे.
- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को साइबर और स्पेस कमांड का भी जिम्मा दिया गया है.
- सीटीएस के कार्यों में सबसे खास कार्य यह है कि वो रक्षा मंत्रालय के तहत नवगठित सैन्य मामलों के विभाग (Department of Military Affairs- DMA) के सचिव के रूप में कार्य करेगा.
क्यों अहम है CDS का पद?
सेना के तीनों अंगों में समन्वय बनाने और एक आदेश पर तीनों को सक्रिय करने के लिए यह पद बनाया गया है. साल 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भी भारत में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद को बनाने की पहल की गई थी. उस समय कहा गया था कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद सेना के तीनों प्रमुखों से ऊपर होगा और वह अपने पद पर 65 वर्ष की उम्र तक कार्य कर सकेगा.
CDS की ताकत
जनरल बिपिन रावत चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के तौर पर सैनिक मामलों के विभाग के भी प्रमुख हैं. वह तीनों सैन्य सेवाओं के लिए प्रशासनिक कार्यों की देख-रेख करेंगे. साथ ही देश के सभी सुरक्षा एजेंसियों, संगठनों तथा साइबर कार्यों की कमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के हाथों में होती है.
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FAQ – चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ
Q. चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ कौन है?
Ans. बता दें कि जनरल नरवणे ने 31 दिसंबर, 2019 को जनरल बिपिन रावत के उत्तराधिकारी के रूप में जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को 28वें सेना प्रमुख का पदभार संभाला था. बिपिन रावत को तब देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया था.
Q. भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है?
Ans. जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ (सीडीएस) थे.
Q. सीडीएस का कार्यकाल कितना होता है?
Ans. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अधिकतम 65 वर्ष की आयु तक अपने पद पर रह सकते हैं। रक्षा मंत्रालय ने नौसेना, वायुसेना और थल सेना के सर्विस रूल में भी यह बदलाव किया है। अभी सेना प्रमुख अधिकतम 62 वर्ष या तीन वर्ष के कार्यकाल (दोनों में से जो पहले आता हो) तक अपने पद पर रह सकते हैं।
Q. जनरल बिपिन रावत की सैलरी कितनी है?
Ans. chief of defence staff salary : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की सैलरी सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के बराबर यानि 2.5 लाख रुपये होगी और उन्हें बंगले के साथ वही सुविधाएं हासिल होंगी.